काशी में शतरंज की बिसात बिछ चुकी है. नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी की लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं. लेकिन वाराणसी के युवाओं और छात्र वहां की बदलती राजनीति में एक बड़ा योगदान देने वाले हैं. आज तक ने बीएचयू के छात्रों से जानी उनकी राय.