हे जल दाई पानी बरस जाए...बैगा आदिवासी वर्षा गीत
रुक्मिणी सीजीनेट जनपत्रकारिता जागरूकता यात्रा के साथ म.प्र. के डिंडोरी जिले के समनापुर तहसील के बंजाटोला गाँव से रीता और शुक्खुबाई से एक गीत रिकॉर्ड करवा रही हैं .ये गीत धरती, अन्न और जल के महत्व के सन्दर्भ में है:
ना गे बापा बहाए धरती माता ना
धरती माता बहाये अन्न दाई ला
अन्न दाई समके सारी दुनिया ला
चंदा सूरज माता दाई दिया
हे जल दाई पानी बरस जाए...
मोर माया खिलेला-खिलोला
ना गे बापा बहाए धरती माता ला...
धरती माता बहाये अन्न दाई ला
अन्न दाई समके सारी दुनिया ला
चंदा-सूरज-माता दाई दिया
हे जल दाई पानी बरस जाए...
मोर माया खिलेला-खिलोला
ना गे बापा बहाए धरती माता ला...
धरती माता बहाये अन्न दाई ला
अन्न दाई समके सारी दुनिया ला
चंदा-सूरज माता दाई दिया
हे जल दाई पानी बरस जाए...